holi ki kahani l gareeb ki holi

चित्र
 holi ki kahani l gareeb ki holi दोस्तो आज मै एक और कहानी बताने वाला हु तो प्लीज इस पोस्ट को पूरा जरूर पढ़े तो चलिये इस पोस्ट को शुरु करते है Gareeb Ki Holi एक बार की बात है शीलपुर नाम का एक शहर था वहा पर राजू नाम का एक आदमी अपने बीवी बच्चो के साथ रहा करता था वो बहुत ही गरीब था और अपने बीवी और बच्चो का पेट भरने के लिये वो गाड़ी साफ किया करता था पूरे दिन काम करने के बाद भी राजू को बहुत कम पैसे मिलते थे इस लिये राजू और राजू के बीवी बच्चे सिर्फ एक वख्त का खाना ही खा पाते थे कुछ दिनो बाद होली का त्यौहार आया सब लोग होली मना रहे थे लेकिन राजू आज त्यौहार के दिन भी काम करने गया लेकिन आज राजू को कोई भी काम ना मिला क्यू की आज सब होली का त्यौहार मना रहे राजू दुखी होकर घर आया घर मे आते ही राजू की बीवी ने राजू से कहा अजी आज आप इतनी जल्दी कैसे आ गए जैसे ही राजू की बीवी ने राजू से ये कहा राजू जोर जोर से रोने लगा और कहा आज मुझे कोई काम नही मिला आज हमे भूका ही सोना पड़ेगा ये सुनते ही राजू की बीवी भी रोने लगी माँ बाप को रोते देख कर बच्चे भी रोने लगे तभी उनके घर के सामने से एक कार्तिक नाम का आदमी जा रहा...

dosti pe kahani l friends story in hindi

 dosti pe kahani l friends story in hindi

दोस्तो आज मै आपको एक और कहानी बताने वाला हु तो प्लीज इस पोस्ट को पूरा जरूर पढ़े तो चलिये शुरु करते है 

dosti pe kahani l friends story in hindi l story dosti ki
friend story 


एक बार की बात है फूलपुर गाव मे एक फैसल नाम का आदमी रहता था उसका एक दोस्त था जिसका नाम फ़ैज था फैसल और फ़ैज मे बहुत अच्छी दोस्ती थी अगर फैसल की समस्या होती तो फ़ैज उसकी मदद करता और अगर फ़ैज की कोई समस्या होती फैसल उसकी मदद करता था फैसल बहुत अमीर था इस लिये उसके घर मे कभी कभी पार्टी होती थी एक बार फैसल ने फ़ैज को पार्टी मे आने के लिये कहा फ़ैज ने कहा ठीक है मै आ जाऊगा और उसी दिन फ़ैज को काम पे जाना था और वो सुबह तक काम किया तो काम करते करते शाम हो गयी और फ़ैज का घर बहुत दूर था और जहा पार्टी थी वो थोड़ी ही दूरी पे हो रहा था फ़ैज ने सोचा इतना अच्छा कपड़ा तो है और वैसे भी फैसल मे पक्का दोस्त है समझा दूगाँ उसे और कितनी बार मै ऐसे कपड़े पहने हुए जा चुका हु ये सोचकर फ़ैज पार्टी मे जाने लगा लेकिन फ़ैज को ये नही पता था की अबकी बार बहुत अमीर अमीर लोग आये है पार्टी मे और बहुत ही ज्यादा पैसो वाली पार्टी है अबकी बार जैसे ही फ़ैज दरवाजे पे गया एक आदमी ने रोका और कहा यहा भीक मांगने चले आते हो ये सुनकर फ़ैज ने उसको खूब समझाया की मै फैसल का दोस्त हु लेकिन वो आदमी था की मानही नही रहा था और फ़ैज वहा से चला गया कुछ दूर जाने के बाद उसको एक दोस्त का घर मिला वहा से फ़ैज ने कपड़े लिये और फिर से पार्टी मे आया अबकी बार किसी ने भी उसको नही रोका फ़ैज पार्टी मे सबसे मिला और मिलने के बाद खाने के पास बैठ गया और सालन अपने कपड़े पे लगाने लगा तब सब लोगो ने और उसके दोस्त फैसल ने कहा ये क्या कर रहे हो फ़ैज ने कहा मुझे थोड़ी इस पार्टी मे बुलाया गया था पार्टी मे तो इस कपड़े को बुलाया गया था और सारी बाते फ़ैज ने फैसल को बताई और फैसल ने उस आदमी को डांटा और भरे मज्मे मे अपनी दोस्ती का ऐलान किया इस कहानी से हमे ये पता चलता है की कपड़े से कोई अमीर गरीब नही होता दिल से होता है

dosti pe kahani l friends story in hindi

तो कैसा लगा हमारा ये पोस्ट कमेंट करके जरूर बताए और इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा शेअर करे और अपना और अपने घर वालो का ख्याल रखे तो दोस्तो मिलते है किसी और पोस्ट मे किसी और टॉपिक के साथ तब तक के लिये अलविदा मेरे प्यारे दोस्तो

dosti pe kahani l friends story in hindi

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

husband wife emotional story l pati patni pyar ki kahani

holi ki kahani l gareeb ki holi

एक बेटी की कहानी beti beti my daughter heart touching stories of father and daughter